कर्मचारियों और इंजीनियरों का किया जाये प्रमोशन Jal nigam karamchari mahasangh
देहरादून। जल निगम कर्मचारी महासंघ (Jal nigam karamchari mahasangh) ने इसके लिए सीधे तौर पर मुख्य अभियंता मुख्यालय को दोषी ठहराया। प्रबंधन को आंदोलन का नोटिस देते हुए महासंघ के अध्यक्ष प्रवीन रावत व महामंत्री विजय खाली ने मुख्य अभियंता मुख्यालय में नकारात्मक रुख अपनाने का आरोप लगाया।
कहा कि दिसंबर 2017 में प्रधान सहायक से प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नति को डीपीसी हो चुकी है। इसके बाद भी प्रबंधन पदोन्नति आदेश जारी नहीं कर रहा है। इसके चलते दिसंबर, जनवरी, फरवरी में कई कर्मचारी पदोन्नति के हकदार होने के बाद भी बिना प्रमोशन रिटायर हो गए हैं। जबकि इस ओर लगातार प्रबंधन को ध्यान दिलाया जा रहा था।
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उन्होंने इसे सीधे तौर पर कर्मचारी सेवा नियमावली का उल्लंघन करार दिया। कहा कि अक्तूबर 2017 में संगणक से सहायक अभियंता के पद पर डीपीसी हुई। तीन लोगों को पदोन्नति का लाभ मिलना था। इसके बाद भी सिर्फ एक ही इंजीनियर के पदोन्नति आदेश जारी किए। वो भी तीनों पात्र लोगों में सबसे जूनियर रहा। दूसरी ओर उच्च स्तर पर अफसरों को बैक डेट में भी पदोन्नति का लाभ दिया जा रहा है।
उन्होंने प्रबंधन पर कर्मचारियों व अफसरों के बीच भेदभाव बरतने का आरोप लगाया। साफ किया कि जल्द पदोन्नति का लाभ सुनिश्चित नहीं कराया गया, तो 20 मार्च से पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। इसका पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। कर्मचारी महासंघ ने खाली पदों पर भर्ती न किए जाने का आरोप लगाया। कहा कि वर्ष 1983 से लिपिकीय संवर्ग में भर्ती नहीं हुई है। दूसरी ओर तेजी से कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में मौजूद कर्मचारियों पर काम का भार बढ़ता जा रहा है।