बैंकों को नहीं मिलेगी अमिट स्याही

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कानपुर । बैंक में एक व्यत्तिफ द्वारा बार-बार करेंसी एक्सचेंज को रोकने के लिए चुनाव में लगने वाली अमिट स्याही का प्रयोग होने लगा। लेकिन चुनाव आयोग के निर्देश पर निर्वाचन विभाग अब अमिट स्याही देने से सापफ मना कर दिया। कई राज्यों में होने वाले स्थानीय चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग ने बैंकों को अमिट स्याही देने से मना कर दिया। निर्वाचन आयोग ने कानपुर के जिला निर्वाचन अध्किारी और उप जिला निर्वाचन अध्किारी को ईमेल भेजकर बैंकों को यह स्याही देने पर रोक लगा दी है। उप जिला निर्वाचन अध्किारी समीर वर्मा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के प्रमुख  सचिव आरके श्रीवास्तव ने ईमेल भेजकर कहा है कि किसी भी स्थिति में जिला निर्वाचन दफ्तर  अपने स्टाॅक में से अमिट स्याही किसी विभाग या एजेंसी को किसी अन्य प्रयोजन के लिए (जिसमें बैंकिंग भी शामिल है) न दे। कहा कि आयोग के आदेश के बाद बैंकों और डाकघरों को अमिट स्याही देना संभव नहीं है। इन्हें अपने स्तर से स्याही की व्यवस्था करनी होगी।

यह भी कहा कि बैंकों को निर्देश दे दिया गया है कि बांए हाथ की तर्जनी पर स्याही न लगाये। बताते चलें कि चुनाव में मतदान के दौरान बाएं हाथ की तर्जनी पर अमिट स्याही लगाई जाती है। बैंकों ने लगाया मार्कर अमिट स्याही के रोक के बाद बैंकों ने बार-बार करेंसी एक्सचेंज करने की रोक के लिए परमानेंट मार्कर लगाना शुरू कर दिया। लेकिन यह मार्कर ज्यादा सपफल नहीं है एक दो दिन बाद मार्कर पेट्रोल से छूट जाता है। पिफर भी बैंक कर्मियों का कहना है कि दो तीन बाद स्याही आएगी तब तक इसी से ऐसे लोगों को रोका जाएगा। तीन लाऽ शीशी स्याही का आॅर्डर निर्वाचन आयोग के हाथ खड़े कर देने पर रिजर्व बैंक ने मैसूर की एक कंपनी को तीन लाख  शीशी स्याही का आर्डर दिया है। सूत्रा बता रहें है कि कानपुर में शनिवार की रात अमिट स्याही की तीन लाख शीशी आ सकती हैं। यह भी बताया जा रहा है कि यह शीशी पांच एमएल की होगी।