अल्मोड़ा । जिलाधिकारी सविन बंसल ने विकास ताडीखेत के ग्राम तौड़ा में पीलिया रोग से ग्रसित लोगों को तुरन्त स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराये जाने के निर्देश चिकित्सा विभाग के अधिकारियो को दिये। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि वे तीन विशेषज्ञों की टीम वहां भेजकर 10 दिन तक रोगियों को अपने नियंत्रण में रखें। मुख्या चिकित्साधिकारी ने तुरन्त कार्यवाही करते हुये अवगत कराया कि वहां पर विशेषज्ञों की टीम भेज दी गई है और वे रोगियों के रक्त सैंपल ले रहे है साथ ही वहां पर पानी के स्त्रोतो, नौलों, धारों में क्लोरिन की गोलिया डलवा दी गई हैं और लोगों को पानी उबालकर पीने की सलाह दी जा रही है।
जिलाधिकारी ने चिकित्सा विभाग को निर्देश दिये है कि अन्य क्षेत्रों में भी वे निगरानी रखे ताकि इस तरह कि बीमारी से लोग ग्रसित न हो। इसके लिये व्यापक प्रचार-प्रसार करना सुनिश्चित करे। उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा जल संस्थान के अधिकारियों को पानी के सैंपल लेने के निर्देश दिये गये थे जिसके तहत तौड़ा और तल्ला गांव में जल संस्थान द्वारा पानी के सैंपल लिये गये है। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को गाॅव में पीने का पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये है साथ ही उपजिलाधिकारी रानीखेत को निर्देश दिये गये है कि वे स्थिति पर पूर्ण निगरानी रखें। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे समीपस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर भी उनका स्वास्थ्य परीक्षण करें और गर्मी के इस मौसम में इस तरह की बीमारियाॅ न फैलने पाये इसके लिये ग्रामीण को जागरूक करे।
जिलाधिकारी ने जनपद में अन्य स्थानों से भी इस तरह कि शिकायतें प्राप्त होने पर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित उनकी टीम को चैकस रहने के निर्देश दिये है। जिलाधिकारी ने पेयजल विभाग से जुडे अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे इस बात को भी सुनिश्चित कर ले कि जिन स्त्रोतों से सप्लाई हो रही है उनकी सफाई अनिवार्य रूप से कर दी जाय तथा पानी के टैंकों की सफाई के साथ उसमें दवाई का छिड़काव भी अवश्य रूप से कर दिया जाय ताकि जल जनित रोग न फैलने पाये। इन विभाग के अधिकारी यह भी सुनिश्चित करेंगे की जनपद में जहं पर भी पेयजल की आपूर्ति की जा रही है वह नियमित रूप से हो पा रही है य नही इसकी रिर्पाेट भी समय-समय पर देंगे साथ ही जिन स्थानों पर पेयजल लाइनें गन्दे नालों से होकर जा रही है उसके लिये भी उपभोक्ताओं को जागरूक करेंगे ताकि गन्दे पेयजल की आपूर्ति से बचा जा सके।