खटीमा । ग्राम प्रधान द्वारा खेतों के बीच में मनरेगा का कार्य कराए जाने से भड़के फुलैया के ग्रामीणों ने जिला पंचायत सदस्य पूनम राणा के नेतृत्व म तहसील में प्रदर्शन कर ग्राम प्रधान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मनरेगा का कार्य रोकने को लेकर एसडीएम विजयनाथ शुक्ल को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना था कि हंसराज के तालाब से भूमसेन खडजा तक ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा से कार्य कराया जा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान द्वारा ग्रामीणों को बिना विश्वास में लिए ही खेतों के बीच में जबरदस्ती मनरेगा का कार्य कराया जा रहा है। खेतों के बीच में हो रहे मनरेगा के कार्य से गांव के मात्र एक व्यक्ति को व्यक्तिगत लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। जिसका ग्रामीण पुरजोर विरोध कर रहे हैं और पिछले वर्ष भी इस कार्य का विरोध ग्रामीणों द्वारा किया गया था।
ग्रामीणों ने कहा कि खेतों के बीच में हो रहे मनरेगा के कार्य से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पूर्व में भी फुलैया गांव में भूमि विवाद को लेकर दो लोगों हत्या हो चुकी है। ग्रामीणों ने एसडीएम से सुरक्षा शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए खेतों के बीच में हो रहे मनरेगा के कार्य को तत्काल रोकने की मांग की। इधर एसडीएम ने पटवारी को मामले की जांच कर आख्या रिर्पोट प्रस्तुत करने की निर्देश दिए हैं। इस दौरान विरेन्द्र सिंह, गुलाब सिंह, दीवान सिंह, सुरजी राम, अशोक कुमार, विनोद सिंह, हरवंष सिंह, उमेदी सिंह, बृजलाल सिंह, हंस राम, मुन्नी देवी, शोभा देवी, फिरता सिंह, खेम सिंह, विजेन्द्र सिंह, उमेश सिंह, हरीश सिंह, रिसपाल सिंह आदि मौजूद थे।