Former MLA Ranjit Singh Verma dies
देहरादून। पूर्व विधायक और उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी रणजीत सिंह वर्मा का निधन ( Former MLA Ranjit Singh Verma dies ) हो गया। हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में उन्होंने अंतिम सांस ली। 3 सितंबर को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उनके निधन पर विभिन्न राजनीतिक दलों और राज्य आंदोलनकारियों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। पूर्व विधायक रणजीत सिंह वर्मा को गत 27 अगस्त को हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका आज सवेरे निधन हो गया।
उनका अंतिम संस्कार कल किया जाएगा। वे देहरादून के जॉलीग्रांट के निवासी थे। रणजीत सिंह वर्मा अविभाजित उत्तर प्रदेश में निर्विरोध विधायक रह चुके हैं। तब लगभग पूरा देहरादून मिलाकर मसूरी विधानसभा होती हुआ करती थी।
रणजीत सिंह वर्मा सक्रिय समाजसेवी थे और 30 साल तक डोईवाला गन्ना समिति के अध्यक्ष भी रहे वह सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिह ने अग्रिम पंक्ति के राज्य निर्माण आन्दोलनकारी एवं पूर्व विधायक रणजीत सिंह वर्मा के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त किया है।
रणजीत सिंह वर्मा ने राज्य निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दिया
प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिह ने अपने शोक संदेश में कहा कि रणजीत सिंह वर्मा ने राज्य निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दिया उनके निधन से राज्य को अपूर्णीय क्षति हुई है। स्व0 रणजीत सिह वर्मा द्वारा समाज सेवा के क्षेत्र में किये गये कार्यों एवं अपनी सादगी के लिए सदैव याद किये जाते रहेंगे।
शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना देते हुए उन्होंने कहा कि पूरा कांग्रेस परिवार इस दुःख की घड़ी में उनके साथ है, हम सभी कांग्रेसजनों की प्रार्थना है कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांन्ति प्रदान करें तथा शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति देवें।
रणजीत सिंह वर्मा के निधन पर प्रदेश कांग्रेस महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, मुख्य कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र शाह, प्रदेश प्रवक्ता लखपत बुटोला, गरिमा दसौनी, पीसीसी सदस्य राजेश चमोली, गिरीश पुनेड़ा, नवीन पयाल, महेश जोशी, देवेन्द्र सती, महेश काण्डपाल, महानगर महिला अध्यक्ष कमलेश रमन आदि कांग्रेसजनों ने भी शोक प्रकट किया है।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रकाश नार्थ उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रचार समन्वयक व पूर्व मंत्री धीरेंद्र प्रताप ने विख्यात उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन कारी और उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य रंजीत सिंह वर्मा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति का संचालन किया
रंजीत सिंह वर्मा को उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन का एक महान पुरोधा बताते हुए कहा है कि रंजीत सिंह वर्मा ने राज्य निर्माण आंदोलन का योग्य नेतृत्व किया व खासतौर पर देहरादून में जिस योग्यता से उन्होंने उत्तराखंड संयुक्त संघर्ष समिति का संचालन किया, राज्य निर्माण आंदोलन में उनका नाम सोने के अक्षरों में लिखा जायेगा।
उन्होंने कहा कि वे राजनीति में नैतिकता के प्रतीक थे। ईमानदारी उनमें कूट-कूट के भरी थी और उन्होंने कभी भी कुर्सी की भूख के लिए सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।
वे स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा के विशिष्ट सहयोगी व शिष्य थे उनके निधन से राज्य निर्माण आंदोलन का एक स्वर्णिम अध्याय समाप्त हो गया है। धीरेन्द्र प्रताप ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द रावत से उनके निधन पर एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की मांग की है।
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