हमारे तो पड़ोस में है आतंकवाद का जनक: मोदी

पणजी। गोवा में हो रही 8वीं ब्रिक्स समिट के दूसरे दिन ब्रिक्स देशों, ब्राजील, रूस, चीन, भारत और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना पाकिस्तान का नाम लिये इशारों-इशारों में उसे आतंकवाद का जनक बताया। मोदी ने कहा कि आज आतंकवाद से अपने नागरिकों की सुरक्षा हर देश की प्राथमिकता है, वहीं भारत की समस्या है कि आतंकवाद का जनक हमारे पड़ोस में है। भारत के प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया का हर आतंकी संगठन भारत के पड़ोस से जुड़ा मिलता है।
रविवार की सुबह गोवा में ब्रिक्स समिट के मेजबान नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात की। ब्रिक्स सदस्य देशों की इस पहली औपचारिक बैठक में भारत के प्रधानमंत्री ने आतंकवाद का मुद्दा रखा। नरेंद्र मोदी ने सभी सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों का कहा कि आतंकवाद अब एक वैश्विक समस्या बन चुका है। ब्रिक्स सहित दुनिया के तमाम देश अब आतंक की समस्या से जूझ रहे हैं। आतंकवाद अब हमारे सामने साइबर स्पेस, समुद्री मार्ग, मानव तस्करी जैसे गैर-परंपरागत रुप में भी सामने आ रहा है।  मध्य-पूर्व एशिया हो या यूरोप, पश्चिम एशिया हो या दक्षिण एशिया, दुनिया का कोई भी क्षेत्र आतंकवाद से अछूता नहीं रहा है। और ऐसे हालात में हम सभी के सामने अपने नागरिकों को आतंकवाद से बचाने की चुनौती है। वहीं भारत का दुर्भाग्य है कि आतंकवाद का जनक भारत के पड़ोस में है।
आतंकवाद के अलावा नरेंद्र मोदी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में ब्रिक्स देशों की सक्रिय भूमिका के लिए कार्ययोजना बनाने पर बात की। मोदी ने ब्रिक्स सदस्य देशों को चेताया कि आतंकवाद हमारी आर्थिक समृद्धि के लिए भी खतरा है। पेरिस जलवायु समझौते पर प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत हमेशा से विकास और पर्यावरण संरक्षण के विवेकपूर्ण संतुलन का पक्षधर रहा है। मोदी ने कहा कि हमें वैश्विक स्तर पर बेहतर वित्तीय संस्थागत प्रयास करने होंगे, और ब्रिक्स देशों का अपना बैंक एनडीबी (न्यू डेवेल्पमेंट बैंक) एवं आकस्मिक मुद्रा कोष जैसे प्रयास मील का पत्थर साबित होंगे।