नई दिल्ली। अल्पसंख्यक मंत्रालय की ‘हमारी धरोहर’ योजना के तहत सामाजिक सद्भाव समागम कार्यक्रम के आयोजन को लेकर दिल्ली के अंत्योदय भवन मे बैठक की गई । इस बैठक में सामाजिक, साहित्य एवं कला के क्षेत्र के नामी-गिरामी हस्तियों ने हिस्सा लिया। बैठक का उद्देश्य दिल्ली में एक ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करवाना है जिसके माध्यम से देश भर के उन कलाकारों को मंच मिल सके जो सूफी कला के प्रदर्शन से देश की गंगा-जमुनी संस्कृति को मजबूती प्रदान करना चाहते हैं।
केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस अवसर पर कहा कि हमारा देश कला-संस्कृति, संगीत, साहित्य की प्रतिभाओं से भरपूर है। देश का हर कोना अपनी अलग सांस्कृतिक सुगन्ध, संस्कार का साक्षी है। हमारी इस शानदार धरोहर और प्रतिभाओं को मंच और मौका मुहैया कराना आज समय की मांग है। भारत का हर क्षेत्र और प्रान्त तहजीब, भाषा और संस्कृति की बेहतरीन धरोहर और सांस्कृतिक सद्भाव के सन्देश-सबक से भरपूर है। इसी सामाजिक ताने-बाने को और अधिक मजबूत बनाने के लिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा ‘हमारी धरोहर’ के तहत आगामी अप्रैल माह में देश भर के कलाकारों को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
भारत के अल्पसंख्यक समुदायों विशेषकर, पारसियों, इसाईयों, बौद्धों ,मुस्लिम इत्यादि की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में लोगों में जानकारी की कमी है। समुदायों की संस्कृति एवं समृद्ध विरासत के बारे में पर्याप्त जानकारी से लोगों में बेहतर समझ विकसित हो और सहिष्णुता एवं सामाजिक ताना-बाना मजबूत हो इसके लिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ‘हमारी धरोहर’ नामक एक नई योजना आरंभ की है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय को कार्य आवंटन के अनुसार कानून और व्यवस्था को छोड़कर अल्पसंख्यकों से संबंधित सभी मामलों की देख-रेख करने का अधिदेश प्राप्त है। इस बैठक में देश के विभीन्न क्षत्रों में कला में कुछ विशेष योगदान देने वाले कलाकारों को बुलाया गया था जैसे कवि गजेंद्र सोलंकी, गायक गुरुदास मान और मंजरी चतुर्वेदी मौजूद थे।