Enthusiasm in Congress after the High Court decision
देहरादून। Enthusiasm in Congress after the High Court decision उत्तराखंड के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर नैनीताल हाईकोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस उत्साहित है और इसे इंसाफ की जीत बता रही है तो बीजेपी अभी इस मसले पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
दरअसल बीजेपी के लिए हाईकोर्ट का फैसला एक झटके की तरह आया है क्योंकि जब यह फैसला आया तब बीजेपी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट पर विचार कर रही थी। इसलिए पार्टी फैसले का अध्ययन करने की बात कह रही है।
पंचायत चुनावों की तैयारियों में पिछड़ गई कांग्रेस के लिए यह फैसला संजीवनी की तरह आया है इसलिए कांग्रेस इसे लोकतंत्र की जीत करार दे रही है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट पंचायती राज संशोधन एक्ट 2019 को चुनौती देने वाले लोगों में शामिल थे। दरअसल हाईकोर्ट में बिष्ट के अलावा पौड़ी के मोहन प्रसाद काला मनोहर लाल आर्य और भी कई लोगों ने इस एक्ट को चुनौती दी थी।
न्याय की और इंसाफ की जीत
इनकी मुख्य आपत्ति दो से ज्यादा बच्चों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने को लेकर थी| सरकार का पक्ष सुनने के बाद हाईकोर्ट ने 3 सितंबर को इस मामले पर फैसला सुरक्षित रख लिया था।
हाईकोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए जोत सिंह बिष्ट ने इसे न्याय की और इंसाफ की जीत बताया। उन्होंने कहा कि इससे ऐसे बहुत सारे लोगों को फायदा होगा जिन्हें सरकार के ‘काले कानून’ ने चुनाव लड़ने के अधिकार से वंचित कर दिया था।
उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के फैसले से लोकतंत्र मजबूत होगा। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने यह फैसला कुत्सित इरादों के साथ लिया था और यह कानून बनाने के मूलभूत सिद्धांतों का उल्लंघन था।
किसी भी कानून को लागू करने के लिए ग्रेस पीरियड दिया जाता है दो इस सरकार ने नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान आए इस फैसले को पार्टी मैनेज कर लेगी।
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