डीएम ने घाट क्षेत्र का भ्रमण कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं

ग्रामीणों की समस्याएं सुनते डीएम।

चमोली । जिलाधिकारी आशीष जोशी ने आज घाट क्षेत्र का भ्रमण कर ग्रामीणों की समस्या सुनी। भ्रमण के दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत सितोल एवं कुरूड़ में ग्रामीणों की समस्या सुनते हुए संबधित अधिकारियों को समस्याओं का शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घाट का भी औचक निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत सितोल एवं कुरूड़ में ग्रामीणों के साथ बैठक करते हुए ग्राम पंचायत में विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित विकास कार्यो की जानकारी लेते हुए विकास कार्यो का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी तथा समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश संबधित विभागीय अधिकारियों को दिये।

ग्राम पंचायत सितोल के ग्रामीणों ने गांव में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करानेे, पशु चिकित्सा सुविधा देने तथा सितोल-मदना पेयजल योजना के निर्माण की मांग जिलाधिकारी से की। जिस पर जिलाधिकारी ने सितोल ग्राम पंचायत में स्वास्थ्य सुविधा संचालन के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा सप्ताह के प्रत्येक बृहस्पतिवार को गांव में पशु चिकत्सा सुविधा हेतु कैम्प लगाने के निर्देश मुख्य पुश चिकित्सा अधिकारी को दिये। वही स्वयं सहायता समूहों को ग्राम्य विकास योजनाओं की जानकारी देने के लिए बीडीओ को निर्देशित किया गया। उन्होंने सितोल-मदना पेयजल योजना को शीघ्र स्वीकृत कराने की बात भी कही। ग्राम पंचायत कुरूड़ में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने मंदिर मार्ग को दुरूस्त करने तथा क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन को ठीक करने की मांग जिलाधिकारी से की।

जिस पर जिलाधिकारी ने मौके पर ही संबधित अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्या का निराकरण के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घाट का भी औचक निरीक्षण करते हुए व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान एक कर्मचारी विगत कई दिनों से अनुपस्थित बताया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने संबधित कर्मचारी का वेतन रोकने के निर्देश दिये। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में फैली गन्दगी पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए साफ-सफाई व्यवस्थाओं को शीघ्र दुरूस्त करने के निर्देश अस्पताल प्रशाासन को दिये। इस अवसर तहसीलदार चमोली सोहन सिंह रांगड़, खण्ड विकास अधिकारी घाट मोहन चन्द्र आंचज सहित क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी आदि मौजूद थे।