आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी

Disaster areas in uttarkashi

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देहरादून। Disaster areas in uttarkashi उत्तरकाशी जिले के मोरी तहसील के अन्तर्गत ग्राम माकुड़ी, आराकोट, मोल्ड़ा, सनेल गांव, टिकोची एवं दुचाणु जोटाई गोकुल, में अतिवृष्टि/बादल फटने से 10 लोगों की मौत हुई है, 06 लोग लापता हैं।

04 घायलों को एयरलिफ्ट कर दून अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। 

सचिवालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सचिव आपदा प्रबंधन अमित नेगी ने बताया कि सोमवार अपराह्न 01.00 बजे तक की सूचना के अनुसार अब तक 10 लोगों की मौत हुई है।

Disaster areas in uttarkashi
पत्रकार वार्ता के दौरान आपदा प्रबंधन सचिव अमित नेगी।

उन्होंने बताया कि डाॅ. आर.सी. आर्य तथा डाॅ. विकास सेमवाल के नेतृत्व एवं दूसरी टीम में डाॅ. मयंक एवं डाॅ. रफ्फी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की 02 टीमों ने आराकोट पहुंचकर प्रभावितों को चिकित्सकीय सुविधा प्रदान की जा रही है।

देहरादून के राजकीय कोरोनेशन अस्पताल से आपदाग्रस्त क्षेत्र (मोरी), जनपद उत्तरकाशी के लिये डाॅ. विजय सिंह पंवार, आर.सी. पुरोहित एवं डाॅ. प्रवीन तायल को आराकोट के लिये भेजा जा रहा है।

पशु चिकित्सा राहत कार्य किया जा रहा

डाॅ. जगदीप बिष्ट, केदार राजवंशी (फार्मासिस्ट) तथा विजयपाल सफाई नायक की टीम के साथ-साथ डा0 रोहित भण्डारी, ऐलम सिंह (फार्मासिस्ट) तथा जगमोहन वार्ड ब्वाय की टीमें बड़कोट में स्टैण्ड बाई है।

घटना स्थल ग्राम टिकोची में डा0 सुनील गुप्ता, पशुचिकित्सा अधिकारी नैटवाड़, कपिल देव चैहान पशुधन प्रसार अधिकारी टिकोची एवं 03 पशुधन सहायक की टीम द्वारा पशु चिकित्सा राहत कार्य किया जा रहा है।

टीम द्वारा आराकोट में राजकीय इण्टर कालेज में पशु चिकित्सा कार्य हेतु कैम्प के रूप में कार्य किया जा रहा है। प्रभावित परिवारों के पशुओं के लिए यदि चारा समस्या उत्पन्न होती है तो नैटवाड़ व पुरोला में कम्पैक्ट फीड ब्लाॅक का भण्डार प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।

वहां से प्रभावित क्षेत्र में ब्लाॅक शीघ्र उपलब्ध करा दिये जायेंगे। आपदा प्रभावित क्षेत्र आराकोट में 01 वायरलैस सैट स्थापित किया गया। 18 हैण्ड हैल्ड सैट, 05 स्टेटिक्स सैट, 04 सोलर प्लेट, 03 एस0एम0पी0एस लेकर एक टीम प्रभावित क्षेत्र में पहुंची है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार एस0ओ0 मोरी के साथ 12-13 लोगों की एक टीम जिसमें एस0डी0आर0एफ0, एन0डी0आर0एफ0 और पुलिस माकुड़ी पहुंच गये हैं। आराकोट के माकुड़ी क्षेत्र उत्तरकाशी में नदी में पानी की मात्रा कम हो गयी है तथा हैली काप्टर उतारने हेतु जी.आई.सी. आराकोट के मैदान में हैलीपैड बनाया जा रहा है।

अस्थायी हैलीपैड़ बनाया जा रहा

माकुड़ी क्षेत्र हेतु ग्राम-डगोली में अस्थायी हैलीपैड़ बनाया जा रहा है। मोरी ब्लाॅक के अंतर्गत आराकोट के आस-पास के क्षेत्र के लगभग 38 गांवों की विद्युत आपूर्ति विद्युत लाईनों के क्षतिग्रस्त होने के कारण बाधित है।

राजकीय खाद्यान गोदाम आराकोट में पर्याप्त मात्रा (170 कुंतल गेहूं तथा 300 कुंतल चावल) उपलब्ध है। क्षेत्र में अगस्त माह का खाद्यान वितरित कराया जा चुका है। दूरस्थ क्षेत्रों में सितंबर माह का खाद्यान भी प्रेषित कर दिया गया है।

आराकोट क्षेत्र के लिए पुरोला से आज प्रातः 01 गैस का ट्रक रवाना किया गया है। क्षेत्र के उपभोक्ताओं को त्यूनी गैस एजेंसी से भी घरेलू गैस उपलब्ध करायी जा रही है। आराकोट में 03 स्थानों पर खाने के लिए कैम्प (खाद्यान गोदाम आराकोट, जी0आई0सी0 आराकोट तथा प्राथमिक विद्यालय आराकोट) चलाये जा रहे हैं।

त्यूनी (देहरादून) से भोजन की व्यवस्था हेतु आटा, दाल, चावल, मसाले, चाय, माचिस, चीनी, मिल्क पाउडर, गुड़, भुना चना, बिस्किट, तेल, नमक तथा पानी की बोतले आदि आराकोट को प्रेषित किया गया था जो आराकोट में प्राप्त हो गया है।

प्रभावित क्षेत्र के आस-पास स्थित पेट्रोल पम्पों में पर्याप्त मात्रा में डीजल पेट्रोल की सुचारू उपलब्धता के लिए सभी आयल कंपनी के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। समीक्षा भी की जा रही है।

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