शिक्षिका के साथ अभद्रता व निलंबन के विरोध में प्रदर्शन

Congress protest against CM for lady teacher
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला फूंकते कांग्रेस कार्यकर्ता।
Congress protest against CM for lady teacher

देहरादून। मुख्यमंत्री के जनता दरबार में महिला शिक्षिका के साथ हुई अभद्रता एवं गिरफ्तारी व निलम्बन के विरोध में उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेशभर के जिला मुख्यालयों में सड़कों पर उतर कर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं राज्य सरकार के विरूद्ध जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।

राजधानी देहरादून में स्वयं प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कांग्रेस कार्यकर्ताओ की अगुवाई करते हुए प्रदर्शन का नेतृत्व किया। प्रदर्शनकारी कांग्रेस मुख्यालय से राजपुर रोड़, एस्लेहाॅल चौक पहुंचे जहां पीडित महिला के समर्थन में व नारी शक्ति के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जबर्दस्त नारेबाजी की व मुख्यमंत्री तथा राज्य सरकार के विरोध में प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के पुतले का दहन किया।

इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं राज्य की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों के परिजनों एवं रिश्तेदारों के लिए अलग नियम हैं तथा राज्य की आम जनता के लिए अलग नियम कानून हैं।

इसीलिए 25 वर्षों से उत्तरकाशी के दुर्गम इलाकों में प्राथमिक शिक्षा में योगदान देने वाली उत्तरा पंत बहुगुणा जो एक विधवा हैं, उनके लिए मुख्यमंत्री द्वारा जिला कैडर का हवाला देते हुए देहरादून स्थानान्तरण में असमर्थता ही नहीं जताई बल्कि महिला द्वारा अपने पक्ष में तर्क रखे जाने पर पहले मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें निलम्बित करने व बाद में उनको बाहर कर गिरफ्तार करने के आदेश दिये गये।

मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी 22 वर्षों से देहरादून के एक ही विद्यालय में सेवा दे रही

इसी के विपरीत स्वयं मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी जिनकी मूल नियुक्ति पौड़ी जनपद के एक प्राथमिक विद्यालय में वर्ष 1992 में हुई थी, वे केवल चार वर्ष पौड़ी जनपद में सेवा देने के पश्चात देहरादून स्थानान्तरित कर दी गई और पिछले 22 वर्षों से देहरादून के एक ही विद्यालय में सेवा दे रही हैं। इसी प्रकार से राज्य के अनेक मंत्रियों, सत्ताधारी दल के नेताओं एवं प्रभावशाली लोगों के परिजन सुगम स्थानों में सरकार की कृपा से बने हुए हैं।

प्रीतम सिंह ने कहा कि उत्तरा पंत बहुगुणा के साथ जिस प्रकार का दुव्र्यवहार किया गया और उसके बाद उनका निलम्बन किया गया यह पूरे राज्य की नारीशक्ति का अपमान है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड राज्य निर्माण में राज्य की नारी शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान है और राज्य में विकास की धुरी हमारी मातृशक्ति है। किसी भी राजनेता को सत्ता का इतना गुरूर नहीं होना चाहिए कि वो मातृशक्ति का अपमान करे।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की सरकार तत्काल उत्तरा पंत का निलम्बन वापस ले व मुख्यमंत्री अपने कृत्य के लिए क्षमा याचना करें अन्यथा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता सरकार के विरूद्ध अपना आन्दोलन जारी रखेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्रवान किया कि 1 जुलाई को भारी संख्या में सरकार के इस दोहरे मापदण्ड और मुख्यमंत्री के कृत्य के खिलाफ 10.30 बजे से गांधी पार्क मे होने वाले धरने को सफल करें।

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आज के प्रदर्शन में उत्तराखण्ड विधानमण्डल दल के उप नेता करण महरा, विधायक हरीश धामी, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, महिला अध्यक्षा सरिता आर्य, पूर्व विधायक गणेश गोदियाल, राजकुमार, डाॅ0 संजय पालीवाल, मुख्य कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र शाह, उपपध्यक्ष सुरेश बाल्मीकि, राजेन्द्र सिंह भण्डारी,, नवीन जोशी, गोदावरी थापली,  सुरेन्द्र रांगड़, जिलाध्यक्ष यामीन अंसारी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, महेष जोशी, प्रवक्ता डाॅ0 आर.पी. रतूड़ी, गरिमा दसौनी, प्रभुलाल बहुगुणा, आजाद अली, संजय भट्ट, ताहिर अली, नीनू सहगल, दीप बोहरा, कै0 बलवीर सिंह रावत, अमरजीत सिंह, देवेन्द्र बुटोला, जिला पंचायत सदस्य मेघ सिंह, रमेश चन्द, अभिनव थापर, आशा टम्टा, प्रदीप जोशी आदि शामिल रहे।