फैसले के विरोध में लोक कलाकारों ने संस्कृति विभाग का फूंका पुतला

अल्मोड़ा । कुमाऊं लोक कलाकार संगठन ने संस्कृति विभाग के पुराने कलाकारों के साक्षात्कार लिए जाने के फैसले का विरोध करते हुए रविवार को संस्कृति विभाग का पुतला फूंका। कलाकारों ने कहा कि विभाग को वर्षों से लोककला के क्षेत्र में कार्य कर रहे कलाकारों को मंच प्रदान करना चाहिए। लोक कलाकार संगठन के अध्यक्ष शेखर जोशी के नेतृत्व में संगठन के सदस्य रविवार को चैघानपाटा में एकत्र हुए और उन्होंने संस्कृति विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला फूंका। जोशी ने कहा है कि नगर को सांस्कृतिक लोक दल वर्ष 1983 से संस्कृति विभाग में पंजीकृत है और दल के कलाकार लगातार अपनी संस्कृति का प्रचार-प्रसार अपनी कला के माध्यम से करते आए हैं।

जोशी ने कहा कि कलाकार हुड़का, मुरली, ढोल, दमाऊं, नगाड़े के अलावा झोड़ा, छपेली, चांचरी, न्योली, भगनौल, चैती जागर आदि के संरक्षण के लिए भी पूरे मनोयोग से कार्य कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी संस्कृति विभाग उन्हें मंच देने के बजाय उनका साक्षात्कार लेकर उनकी उपेक्षा कर रहा है। इसे कलाकार कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रदर्शन कार्यक्रम में गोपाल सिंह चम्याल, नवीन बिष्ट, विमला बोरा, शीला पंत, राजेंद्र प्रसाद, संदीप नयाल, दयानंद कठायत, कमल जोशी, महेंद्र, गीता सिराड़ी, नरेश बिष्ट, देवेंद्र भट्ट, युसुफ तिवारी, सुरेश लाल, लता पांडे, विनोद कुमार, दीप जोशी समेत अनेक कलाकार मौजूद रहे।