महिला उत्पीड़न मामला : भाजपा असहज स्थिति में

BJP in uncomfortable position
BJP in uncomfortable position

देहरादून। BJP in uncomfortable position भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी पर एक महिला द्वारा आरोप लगाए जाने और पदाधिकारी को पद से हटाए जाने के बाद उत्तराखण्ड क्रांति दल ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। ऐन निकाय चुनाव के वक्त सामने आए इस प्रकरण को लेकर कांग्रेस के साथ अब यूकेडी भी मुखर है तो भाजपा फिलहाल सधे अंदाज में आगे बढ़ रही है।

यूकेडी के पदाधिकारियों का यहां तक कहना है कि महिला के इस मामले में बड़े पदाधिकारियों से शिकायत के बाद भी इस मामले में कोई कार्यवाही नही हुई। इससे भाजपा संगठन क्या चल रहा है। इसकी कलई खुल रही है। यूकेडी के पदाधिकारियों की मांग है कि उनके उपर भी कार्यवाही होनी चाहिए जिन भाजपा के नेताओं को पीड़िता ने शिकायत की थी।

जिन्होंने आरोपी के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही करने की बजह उल्टे पीड़िता को धमकाकर चुप्पी साधने पर विवश करने का प्रयास किया। यूकेडी के साथ-साथ कांग्रेस इस मामले को किसी भी तरह निकाय चुनाव तक जिंदा रखना चाहती है और इस कड़ी में पार्टी सोची-समझी रणनीति के तहत आगे बढ़ रही है। सियासी नजरिये से भाजपा के लिए यह पखवाड़ा बेहद भारी गुजरा है।

पहले मुख्यमंत्री और अपर मुख्य सचिव के स्टिंग के प्रयास का प्रकरण और फिर एक महिला द्वारा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी पर उत्पीड़न का आरोप। निकाय चुनाव के इन इन दोनों मामलों ने भाजपा को असहज स्थिति में ला दिया। हालांकि, पार्टी ने प्रदेश महामंत्री संगठन को पद से हटाकर उबरने का प्रयास किया, लेकिन विपक्षी कांग्रेस और क्षेत्रीय दल उक्रांद को बैठे-बिठाए बड़ा मुद्दा मिलने से चिंता भी बढ़ गई है।

भाजपा बेहद सधे अंदाज में आगे बढ़ रही

इससे पार पाने के लिए भाजपा बेहद सधे अंदाज में आगे बढ़ रही है। दूसरी तरफ, कांग्रेस ने ऐन निकाय चुनाव के मौके पर हाथ आए इन मुद्दों को भुनाने की कोशिशें शुरू भी कर दी हैं। क्षेत्रीय दल यूकेडी कांग्रेस इस जुगत में है कि निकाय चुनाव तक इन मुद्दों को जिंदा रखा जाए।

वह इसे सियासी फायदे के नजरिये से देख रही है। इसके लिए दोनांे विपक्षी दलों ने रणनीति तैयार की है और इसी हिसाब से वह कदम बढ़ा रही है। इस मामले में यूकेडी की केन्द्रीय उपाध्यक्ष और आन्दोलनकारी नेत्री इस मामले में तो भाजपा के उन नेताओं पर भी कार्यवाही होनी चाहिए।

जिससे पीडित महिला ने शिकायत की थी और पीड़िता की मदद करने की जगह उन्होंने उल्टे उसे अप शब्द कहकर धमकाया। कांग्रेस के बाद अब क्षेत्रीय दल यूकेड़ी के भी इस मामले में मुखर होने से चुनाव के दौरान सियासी पार इतना चढ़ने लगा है। जिससे भाजपा की फजीहत होनी तय मानी जा रही है।

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