पटना। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी बुधवार को पटना में नोटबंदी के खिलाफ धरना देने पटना के गर्दनीबाग पहुंची। उनके साथ मंच पर राजद के नेता भी मौजूद हैं। राजद की तरफ से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे और रघुवंश प्रसाद सिंह धरना में मौजूद हैं। धरना में समाजवादी पार्टी एवं पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी के नेता व कार्यकर्ता भी शामिल हैं। धरना को संबोधित करते हुए ममता ने प्रधानमंत्री पर सीधा हमला बोला। कहा कि बिग बाजार का बिग बाॅस आज देश का प्रधानमंत्री बन गया है। आजकल बच्चे पेटीएम को पेपीएम के रूप में परिभाषित करने लगे हैं। 190 साल की लड़ाई के बाद भारत आजाद हुआ था। पीएम मोदी ने फिर से सबकी आजादी छीन ली है। उन्होंने कहा कि मोदी ने सबसे रोटी, कपड़ा व मकान छीन लिया है। देश में सुपर इमरजेंसी लगा दी है। नोटबंदी के खिलाफ बोलते हुए ममता ने कहा कि घर की महिलाएं बचत करती हैं। मोदी ने इस बचत को भी ले लिया। यह स्त्री शक्ति का अपमान है।
ममता बोलीं, राजनीतिक दल का काम जान समस्याओं को लेकर आंदोलन करना है। भाजपा के लोग भी जो मोदी के खिलाफ हैं, वे हमारे साथ आएं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी केंद्र सरकार के नोटबंदी के निर्णय के खिलापफ देशभर में मुहिम चला रही हैं। इस सिलसिले में मंगलवार को वे लखनऊ में थीं। वहां रैली को संबोधित करते हुए ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की थी। ममता इसके पहले संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च कर चुकी हैं। वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी धरना दे चुकी हैं। आज वे पटना में हैं। लखनऊ में नोटबंदी के खिलाफ कार्यक्रम के बाद ममता देर शाम पटना पहुंचीं। उन्होंने मीडिया से यह कहकर बात करने से परहेज किया कि वे अपनी बातें बुधवार को धरना कार्यक्रम में ही रखेंगी। उनकी ओर से तृणमूल कांग्रेस के महासचिव मुकुल राय ने मीडिया से बात की। इसके पहले मंगलवार को लखनऊ में नोटबंदी के खिलाफ रैली में बोलते हुए ममता प्रधानमंत्री पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा, बेटी की शादी है तो मोदी के पैरों में पड़ो, वो बचाएगा।
छुपा रुस्तम बनके देश को लूट लिया। रैली में ममता को सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) का भी साथ मिला। ममता ने मोदी को तुगलक और हिटलर से भी ज्यादा बड़ा तानाशाह करार दिया। कहा कि ‘छुपा रुस्तम’ बनकर भाजपा, आरएसएस व बजरंग दल आदि का धन विदेशी बैंकों में जमा करने के बाद जनता के धन पर धावा बोलने वाले प्रधानमंत्री अब लोगों की जमीन और घर भी छीन लेंगे। प्रधानमंत्री पर नोटबंदी के जरिये संवैधानिक अधिकारों के हनन करने का आरोप लगाते हुए ममता बोलीं कि अपने सांसदों और विधायकों के बैंक खातों का हिसाब मांगने वाले मोदी को इसकी शुरुआत खुद तथा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से करनी चाहिये। कहा कि नोटबंदी से ठीक पहले भाजपा और उसके अध्यक्ष के नाम पर बड़े पैमाने पर जमीन खरीदी गई। उन्होंने नोटबंदी को बड़ा घोटाला और ‘ब्लैक इमरजेंसी’ बताया तथा इसके खिलाफ अभियान को जन आंदोलन बनाने का आ“वान किया। कहा कि जैसी जबरदस्ती मोदी कर रहे हैं, वैसा तो आपातकाल में भी ऐसा नहीं हुआ था।