जानिए अडवाणी ने ऐसा क्या कहा कि मोदी सरकार चिंता में

नई दिल्ली। 500 और 1000 रूपये की नोटबंदी को लेकर संसद लगातार बाधित है। सरकार और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप दौर जारी है। वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने अपने ही सरकार व लोकसभा अध्यक्ष की मंशा पर सवाल खड़ा कर दिया है। जिससे सरकार व लोकसभा अध्यक्ष कठघरे में खड़े नजर आ रहे हैं।
लोकसभा ना चलने से क्षुब्ध आडवाणी ने संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार से सीधे कहा कि ‘मैं स्पीकर से कहूंगा, सार्वजनिक तौर पर कहूंगा कि वह सदन नहीं चला रही हैं। संसदीय कार्यमंत्री भी नहीं चला रहे हैं। जिसके जिम्मेदार सरकार और विपक्ष हैं।’
आडवाणी के इस बयान से मोदी सरकार चिंता में है क्योंकि सिर्फ तीन घंटे पहले भाजपा संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के रुख की आलोचना की थी। एवं पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित कर विपक्ष के रुख को अलोकतांत्रिक करार दिया था।
वहीं अभी दो दिन पहले ही भाजपा के वरिष्ठ सांसद मुरली मनोहर जोशी ने भी व्यवस्था का सवाल उठाए थे। कार्यवाही की सूची में हिंदी में एक मंत्री का नाम है एवं अंग्र्रेजी में दूसरे मंत्री का नाम होने पर सवाल पूछा था कि ‘क्या कोई नई पद्धति शुरू हो गई है?’ दोपहर 12ः40 बजे सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। आडवाणी ने संसदीय अधिकारियों से पूछा कि कार्यवाही कब तक के लिए स्थगित की गई है। तो उनसे कहा गया कि 2 बजे तक इस पर आडवाणी ने कहा कि ‘अनिश्चित काल के लिए ही क्यों नहीं स्थगित कर दिया।’