हिंदू-मुस्लिम धर्मगुरूओं ने पौधा लगाकर सौहार्द व एकता का पैगाम दिया

Aman Ekta Hariyali Yatra
पौधारोपण करते हुए।

Aman Ekta Hariyali Yatra

हरिद्वार। Aman Ekta Hariyali Yatra जमीयत उलेमा-ए-हिन्द व परमार्थ निकेतन के आह्वान पर जमीयत यूथ क्लब एवं ग्लोबल इंटर फेथ एलाएंस वाॅश (जीवा) के तत्वावधान में अमन एकता हरियाली यात्रा के तहत ज्वालापुर स्थित मदरसा दारूल उलुम रशीदिया में हिंदू मुस्लिम धर्मगुरूओं ने पौधा लगाकर सौहार्द व एकता का पैगाम दिया।

इस मौके पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती, जमीयत उलेमा ए हिन्द के महासचिव मौलाना महमूद असअद मदनी, महानिर्वाणी अखाड़े के महंत रविन्द्रपुरी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल एवं मौलाना आरिफ ने अमन एकता हरियाली यात्रा का पौधा लगाकर शुभारंभ किया।

इस अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा कि ’’आओे मिलकर पेड़ लगाये, हरा-भरा यह देश बनाये। वातावरण को स्वच्छ बनायें और जीवन को स्वच्छ बनाये।’’ ’’पेड़-पौधों के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। पेड़ है तो प्राणवायु है।

स्वस्थ जीवन और स्वच्छ पर्यावरण के लिए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण करना नितांत आवश्यक है। उन्होने कहा कि वर्तमान समय में वातावरण में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है, अगर प्रकृति और पर्यावरण को प्रदूषित होने से नहीं बचाया गया तो वह दिन दूर नहीं जब बच्चों को स्कूल बैंग की जगह ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर स्कूल जाना पड़ सकता है।

पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता

इस तरह की परिस्थिति से निकलने का एकमात्र उपाय है कि अधिक से अधिक पौधे लगायें जाये एवं उनका संरक्षण किया जाये। पेड़ -पौधों का रोपण कर ही पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है।

स्वामी जी महाराज ने कहा कि अमन-एकता हरियाली यात्रा के माध्यम से अमन एकता, सद्भाव, स्वच्छता और समरसता का सन्देश लेकर ऋषिकेश से राष्ट्रपति भवन जा रहे हैं। मुझे विश्वास है यह यात्रा निश्चित ही आन्तरिक और बाह्म पर्यावरण में विलक्षण परिणाम लेकर आयेगी।

वृक्षारोपण के माध्यम से प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के साथ हम भी एक-दूसरे की प्रकृति को समझे, प्यार और सहकार के रिश्तों में आने वाली सभी दीवारों को पाटते हुये तथा सभी दरारों को भरते हुये प्रकृति से प्रकृति का मिलन होने दे ।

हम एक-दूसरे की प्रकृति को समझें और एक नई संस्कृति का निर्माण करें और वह संस्कृति अमन, एकता, सद्भाव, समरसता और भाईचारे की हो। जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के महासचिव मौलाना महमूद असअद मदनी ने कहा कि यह यात्रा अमन-एकता और पर्यावरण संरक्षण को समर्पित है।

मिलकर कार्य करने का एक माध्यम

सभी साथ मिलकर इस पृथ्वी को और जल के भण्डार को शुद्ध रखने और बचाने के लिये तथा देश में स्वच्छता एवं सौहार्द लाना ही इस अमन-एकता हरियाली यात्रा का उद्देश्य है। अमन-एकता हरियाली यात्रा एक संदेश नहीं बल्कि यह मिलकर कार्य करने का एक माध्यम है।

सभी मिलकर प्रथम चरण में तीन दिनों तक वृक्षारोपण अभियान चलायेंगे। मौलाना आरिफ ने कहा कि इस समय जल संकट और ग्लोबल वार्मिग की समस्यायें विकराल रूप ले रही है। अतः वृक्षारोपण के माध्यम से ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ और सरसब्ज भविष्य प्रदान कर सकते है।

इस के माध्यम से केवल दरख्त (वृक्ष) ही नहीं लगेंगे बल्कि शक और शुबहों की दीवारे भी गिरेगी तथा दरारे भी भरेगी साथ ही इससे मुहब्बत का पैगाम पूरे विश्व में जायेंगा।

अमन एकता हरियाली यात्रा पौधारोपण को बढ़ावा देने का अच्छा माध्यम

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा कि अमन एकता हरियाली यात्रा अवश्य ही पौधारोपण को बढ़ावा देने का अच्छा माध्यम है। बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रण करने की लिए पौधों की आवश्यकता जरूरी है। मदरसों के छात्र छात्राओं ने अतिथीयों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। 

इस अवसर पर पूर्व विधायक अंबरीष कुमार, पूर्व राज्य मंत्री डा.संजय पालीवाल, मौलाना साजिद, मास्टर साजिद, मौलाना उस्मान, परवेज आलम, मास्टर इस्लाम, हाजी नईम कुरैशी, हाजी रफी खान, ताहिर त्यागी, पार्षद जफर अब्बासी, इसरार अहमद, शाहनवाज कुरैशी, अरशद ख्वाजा, जाफिर अंसारी, सद्दीक गाड़ा, अकबर खान, फकीरा खान, पद्मश्री खालिद जहीर, जहान्वी ने मिलकर वृक्षारोपण किया।

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