अल्मोड़ा । जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज विकास भवन में जिला योजना वर्ष 2017-18 के परिव्यय पर विस्तृत चर्चा विभागीय अधिकारियों के साथ की। इस बैठक में उद्योग वानिकी, चिकित्सा स्वास्थ्य, पूल्ड हाउसिंग, समाज कल्याण के परिव्यय को बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान करने के साथ, सिंचाई नहर, अर्थसंख्या, पेयजल निगम के परिव्यय में आंशिक संशोधन की स्वीकृति प्रदान की। जिलाधिकारी ने जनपद में पेयजल की समस्या को ध्यान में रखकर उसके परिव्यय को अन्य विभागों की अपेक्षा अधिक परिव्यय रखा है। उन्होंने बताया कि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष जिला योजना का परिव्यय कम हुआ है। उसके बावजूद भी कई विभागों के परिव्यय में बढ़ोत्तरी की है। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में शीघ्र एक बैठक आहूत होगी। इससे पूर्व इस परिव्यय में व्यापक चर्चा की जानी आवश्यक है ताकि संशोधन के बाद सूचना तैयार हो सके और बैठक में अन्तिम निणर्य ले सकें।
जिलाधिकारी ने बैठक में पेयजल निगम, जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मटैला पम्पिंग योजना के सम्बन्ध में जो भी कार्यवाही गतिमान है उसकी अद्यतन स्थिति तैयार रखें। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही आगामी सप्ताह में प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की जानी है इसलिए सभी अधिकारी अपने विभाग से सम्बन्धित सभी सूचनायें अद्यतन रखें। पेयजल की समस्या को दृष्टिगत रखते हुए इस अवसर पर पेयजल योजनाओं के बारे में विस्तृत चर्चा होगी। जो भी पम्पिंग योजना निर्माणाधीन है और प्रस्तावित है उसकी भी सूचना अद्यतन रखें। उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मटैला पम्पिंग योजना के फिल्टरेशन प्लाण्ट सहित अन्य कार्यों हेतु धन की आवश्यकता है उसका भी आगणन तैयार रखें ताकि समीक्षा बैठक में इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा हो सके।
जिलाधिकारी ने बताया कि विगत वर्ष 2016-17 में जिला योजना हेतु 6355.00 लाख रू0 का परिव्यय स्वीकृत था इस वर्ष यह परिव्यय 5249.13 लाख रू0 रखा गया है। उन्होंने बताया कि जिन विभागों की प्रमुख योजनाओ को मुख्यमंत्री घोषणा में सम्मलित किया जाना है उसकी तैयारी कर ली जाय। चैली ऐपण योजना के अन्तर्गत जो भी धनराशि की स्वीकृति अभी तक नहीं हुई है उसका प्रस्ताव बना लिया जाय ताकि मुख्यमंत्री घोषणाओं में उसको सम्मलित किया जा सके। इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ऐतिहासिक पटाल बाजार में पुनः पटाल बिछाये जाने हेतु क्या किया जा सकता है उसकी कार्य योजना तैयार कर ली जाय साथ ही वहाॅ पर पटाल उपलब्ध हो सके उसका भी चिन्हीकरण कर लिया जाय।
पटाल लगाने से बाजार का पुरातन स्वरूप लौट जायेगा और समय-समय पर होने वाली घटनाओं को रोका जा सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षाधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद में 10 ऐसे स्कूलों की सूची तैयार की जाय जो सबसे पुराने है और उनकी मरम्मत आवश्यक है ताकि मुख्यमंत्री के सम्मुख उसे प्राथमिकता से रखा जा सके। उन्होंने जनपद हेतु डीनापानी में खेल के मैदान की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए एक प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोसी बैराज के समीप सौन्दर्यकरण एवं अन्य कार्यों हेतु प्रस्ताव तैयार कर लिया जाय।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्कूलों में चाहरदीवारी व शौचालयों का निर्माण मनरेगा के अन्तर्गत किया जाय। इस महत्वपूर्ण बैठक में सभी विभागों के बारे मंे विस्तृत चर्चा हुई और आगामी मुख्यमंत्री के भ्रमण को दृष्टिगत रखते हुए विभिन्न विभागों से शिलान्यास व लोकार्पण के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिये। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जे0 एस0 नागन्याल, परियोजना निदेशक डी0डी0 पंत, जिला विकास अधिकारी मोहम्मद असलम, मुख्य चिकित्साधिकारी श्रीमती निशा पाण्डे, अर्थ एवं संख्याधिकारी जे0एस0 कालाकोटी, सहायक अर्थ संख्याधिकारी सुनीता मल्होत्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।