नई दिल्ली । रोजमर्रा की जिन चीजों को हम इस्तेमाल करते हैं, उनमें से कई चीजें ऐसी भी होती हैं जो आपदा के समय अपनी और दूसरे लोगों की जान बचाने में मददगार साबित हो सकती हैं। प्रगति मैदान में आयोजित 36वें अंतरराष्ट्रीय मेले में हाल नम्बर-12 में इसी तरह की चीजें न सिर्फ प्रदर्शित की गई हैं बल्कि संकट में उनका उपयोग कर कैसे जान बचाई जाए, इसके गुर भी सिखाए जा रहे हैं। हाॅल नंबर-12 में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को दिखाया गया है जैसे- राष्ट्रीय आपदा संसाधन बल, डाक सेवा , ईंधन संरक्षण संसोधन अनुसंधान और आयकर विभाग आदि। जहां लोगों को इन सभी चीजों के बारे में जानकारी दी जा रही है।
राष्ट्रीय आपदा संसाधन बल में लोगों को आपदा के समय खुद का बचाव कैसे करें ? यह बताया गया। बिना लाइफ जैकेट के बाद, बोतलों द्वारा लाइफ जैकेट बनाना भी सिखाया गया। इसका प्रशिक्षण दे रहे अजीत ने बताया कि आपदा आने पर लोगों के पास बचाव की कई चीजें नहीं रहती लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिससे व्यक्ति खुद की सुरक्षा कर सकता है। यहां उन्होंने 5-6 बोतलों से लाइफ जैकेट बनाना, नारियल से लाइव जैकेट बनाना सिखाया। इसके साथ सबसे ज्यादा आंगतुकों की भीड़ आयकर विभाग में देखी गई। यहां आयकर विभाग से संबंधित सारी जानकारी लोगों को दी गई। साथ ही इस वर्ष बुक्स, सेल्पफी वाॅल काॅम्पिटिशनस के साथ विभाग को अपडेट किया गया। आयकर विभाग में इंस्पेकटर प्रकाश मीना ने बताया कि इस वर्ष उनके विभाग को पिछले वर्ष से अधिक अपडेट किया गया है।
उन्होंने बताया इस बार थीम को ध्यान में रखते हुए इस बार उनका विभाग डिजिटल और तार्किक रहेगा। जहां लोगों को टीडीएस, इनकम रिटर्न, इनकम टैक्स से संबंधित सारी जानकारी दी जाएगी। एक तरफ बच्चों ने जहां पेंटिंग काॅम्पिटिशन में भाग लिया दूसरी तरपफ वहीं आयकर विभाग के डिप्टी कमीशनर सजीव जी ने लोगों के कार्टून्स बनाकर उन्हें आकर्षित किया। बड़ी संख्या में यहां लोग मौजूद थे, जिन्होंने अपने कैरिकेचर बनवाए। कैरिकेचर बनवाने वाले मुकेश मेहता ने अपने परिवारों के सभी लोगों के कार्टून बनवाए। उन्होंने बताया कि सारी भागदौड़ के बाद अपना कार्टून देखकर उनकी थकान कम हुई। वे सभी कैरिकेचर को अपने घर में Úेम करेंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब पैसों की दिक्कत है। यहां कार्टून बनवाने में कोई पैसे भी नहीं लेते तो इन्हें बनवाने में क्या हर्ज है।