10-day help camp begins for registration of Waqf properties
जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखंड की पहल पर उम्मीद पोर्टल पर कराई जाएगी ऑनलाइन एंट्री
देहरादून। 10-day help camp begins for registration of Waqf properties जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखंड की ओर से वक्फ संपत्तियों को उम्मीद पोर्टल पर पंजीकृत कराने के लिए 10 दिवसीय हेल्प कैंप का शुभारंभ गुरुवार को किया गया। कैंप का उद्घाटन जमीयत उलेमा-ए-हिंद उत्तराखंड के मीडिया इंचार्ज मोहम्मद शाहनज़र और जमीयत देहरादून के नगर अध्यक्ष मुफ्ती अयाज़ अहमद ने संयुक्त रूप से किया।
यह विशेष हेल्प कैंप 16 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2025 तक मदरसा दार ए अरक़म, आज़ाद कॉलोनी देहरादून में प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक संचालित रहेगा। इस दौरान प्रदेश भर के वक्फ संपत्तिधारक अपनी संपत्तियों का पंजीकरण उम्मीद पोर्टल पर करवा सकेंगे।
उद्घाटन अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि वक्फ संपत्तियों के डिजिटलीकरण से पारदर्शिता बढ़ेगी और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। मोहम्मद शाहनज़र ने बताया कि यह कैंप वक्फ संपत्तियों के रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को आसान बनाने और लोगों को तकनीकी सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उन्होंने सभी मुतवल्लियों और जिम्मेदार व्यक्तियों से अपील की कि वे इस अवसर का लाभ उठाकर अपनी वक्फ संपत्तियों को तत्काल पंजीकृत कराएं।
इस मौके पर 10 बी के प्रशासक मास्टर मुस्तकीम हसन, डॉ. जमशेद उस्मानी, वक्फ बोर्ड के मास्टर ट्रेनर सैय्यद मोहम्मद अर्शी, मोहम्मद शाहनवाज़, हाजी सरफराज अहमद, मोहम्मद मुदस्सिर, मौलाना अब्दुल वाजिद, मौलाना अब्दुल खालिक, कारी फरहान मलिक, कारी दानिश अली, वसीम अहमद, मोहम्मद समीर, मोहम्मद इकराम, हैदर अली और मोहम्मद शाकिर सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में दुआएं की गईं कि यह पहल वक्फ संपत्तियों के संरक्षण और समुदाय के हित में मील का पत्थर साबित हो।
जरा इसे भी पढ़े
सुप्रीम कोर्ट में लंबित वैधता के बीच वक्फ संपत्तियों की अपलोडिंग का प्रशिक्षण शुरू
नया वक्फ कानून जनहित के लिए लाया गया ऐतिहासिक फैसला : सीएम धामी
वक्फ कानून पर तत्काल रोक से सुप्रीम कोर्ट का इनकार