जाने राम यात्रा के लिए मस्जिद को ढकने का सच

Truth of Rama Navami banner hanging on the Masjid
Truth of Rama Navami banner hanging on the Masjid
हिना आज़मी

Truth of Rama Navami banner hanging on the Masjid सांप्रदायिक दंगों को जन्म देने वाले लोग कितने गिर सकते हैं यह आज हम आपको बताने जा रहे हैं। दोस्तों हम जानते हैं कि इस 25 मार्च 2018 को रामजन्मोत्सव यानी राम नवमी मनाई गई थी। हालांकि त्यौहार बीत गया है, लेकिन इसकी चर्चा अभी भी सोशल मीडिया पर की जा रहे हैं।

लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल होती रहती हैं, जो कितनी सार्थक है यह तो भगवान ही जानता है लेकिन हम आज आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने जा रहे हैं, आप कभी इन लोगों पर खून खौल उठेगा| इससे काफी लोगों  की धार्मिक भावना को चोट लग सकती है। यह मामला है हैदराबाद का। दोस्तों, आप फोटो में देख रहे हैं कि एक पोस्ट और फोटो जो 25 मार्च को अपलोड की गई थी। इस फोटो में दो फोटो दी गई है। एक फोटो में मस्जिद पर सफेद सादा कपड़ा हटाना गया है और दूसरी में उस सफेद कपड़े पर पोस्टर दिख रहा है, जिसमें ऊपर श्रीराम और नीचे एक व्यक्ति हाथ जोड़े हुए दिख रहा है।

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दोस्तों यह व्यक्ति और कोई नहीं बल्कि हैदराबाद का एक MLA है। जैसे की पोस्ट से जाहिर होता है कि MLA राजा सिंह का शूरवीर बताते हुए उसकी तारीख में लिखा गया है की इसे कहते हैं 56 इंच। इसके साथ ही इस पोस्ट में यह भी अपील की गई है कि अगर राजपूत हो तो ग्रुप ज्वाइन करो, इसे शेयर करो… इस फोटो को शेयर किया गया, लाइक किया गया और इस पर 12 हजार लोगों ने रिजेक्ट भी किया। इतना रिएक्ट कोई सामाजिक मुद्दों पर शायद ही करते हो, कितनी बीमार है हमारी मानसिकता।



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तो दोस्तों बिना सोचे समझे किए गए यह बेहूदे काम कोई सच्चा राजपूत नहीं करेगा, राजपूत यानी राजघराने के बेटे जो, प्राचीन समय में राजा बनते थे। राजा जो प्रजा को खुश रखते थे और प्रजा में सभी धर्म आते थे। इस तरह की पोस्ट शेयर करना सांप्रदायिक दंगों की आग को हवा देने के बराबर है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो भारत को मिली “अनेकता में एकता” की उपाधि जल्द ही निरस्त हो जाएगी।

इतिहास गवाह है कि जब- जब आक्रोश बनता है गृह युद्ध किस चीज की बनती है। यह दंगे की आग जंगल की आग की तरह फैलते है और आग का कोई धर्म नहीं होता वह किसी को नहीं बख्शती है चाहे हिंदू हो या मुसलमान। तो इन दंगों में भी सभी मारे जाते हैं। दोस्तों हमारे देश में समय-समय पर मिसाइल लांच होती रहती हैं। विदेशी देशों से रक्षा के लिए लेकिन जब हम अपने ही घर में सुरक्षित ना हो तो ,पड़ोसी का मुकाबला तो हम कर ही नहीं सकते क्योंकि हमारे अपने सदस्यों में ही एकता नहीं है।

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ऐसी पोस्ट करने वालों वायरल करने से पहले जांच लें और देश की सुरक्षा का ध्यान रखें। आपका एक शेयर सारे देश को जलाकर राख कर सकता है। कितनी शर्मनाक बात है कि धर्मों का उपयोग महज़  लाइक और कमेंट की संख्या को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है, क्या हमारे धर्म इसलिए बने हैं कि हमें लाइक और कमेंट मिल सके।



आखिर Masjid को क्यों ढका गया

mosque

मस्जिद की इस पोस्ट से हैदराबाद पुलिस  द्वारा जांच की  गई। उन्होंने पता लगाया कि यह सिर्फ एक अफवाह थी। मस्जिद में जो कपड़ा ढका गया है उसका रामनवमी से कोई लेना-देना नहीं है। पता चला है कि मस्जिद में रेनोवेशन का काम किया जा रहा है क्योंकि मस्जिद सड़क के किनारे हैं इसलिए उसे ढकना जरूरी है।

क्या है इस पोस्टर की सच्चाई (Truth of Rama Navami banner hanging on the Masjid)

मस्जिद के ऊपर लगा पोस्टर असल में मस्जिद में कभी लगा ही नहीं यह मस्जिद से दूर है। यह पोस्टर सामने वाली गली की एक रस्सी में लगा है, जिसका महज एक शॉट लेकर यह कारनामा किया गया है जो बेहद निंदनीय है।

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