कांग्रेस के सभी विधायकों ने दिया इस्तीफा

चंडीगढ़ । सुप्रीम कोर्ट द्वारा सतलुज यमुना नहर (एसवाइएल) पर पंजाब के खिलाफ फैसला दिए जाने के बाद कांग्रेस के सभी 42 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा सचिवालय के सचिव को सौंप दिया। इससे पहले कांग्रेस विधायक दल की विधानसभा भवन में बैठक हुई ओर इसके बाद वे प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ इस्तीफा सौंपने गए। आजाद रजनीश कुमार ने भी विधानसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा सौंपा। कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा के सचिव लखनपाल मिश्रा को इस्तीफा सौंपा। इस मौके पर कांग्रेस विधायकों ने कहा कि उन्हें एसवाइएल पर पंजाब के खिलाफ फैसला मंजूर नहीं है। राज्घ्य की अकाली-भाजपा सरकार ने पंजाब के लोगों के साथ छल किया है। कांग्रेस विधायक दल की इससे पहले विधानसभा कार्यालय में बैठक हुई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह भी मौजूद थे। इसके बाद विधायक विधानसभा सचिव के कार्यालय में गए और अपने इस्तीफे सौंपे।

इससे पहले वीरवार को कांग्रेस विधायकों ने अपने इस्तीफे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह को सौंप दिए थे। बता दें कि एसवाइएल पर सुप्रीम कोर्ट ने वीरवार को लोकसभा की सदस्घ्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसे बाद राज्य कांग्रेस के विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लोकसभा की सदस्यता से इस्घ्तीफा देने के बाद कहा था कि उन्घ्हें पहले से ही लग रहा था कि सुप्रीम कोर्ट से ऐसा ही फैसला आएगा। पंजाब की अकाली दल-भाजपा की सरकार राज्घ्य के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह नाकाम रही है। बादल सरकार ने पंजाब का पक्ष ठीक से सुप्रीम कोर्ट के सामने नहीं रखा और पूरे मामले पर राज्घ्य की जनता को गुमराह किया। हम किसी भी हालत में राज्य का पानी बाहर नहीं जाने देंगे। लोकसभा अध्यक्ष को भेजे इस्तीफा में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है – मैं एसवाइएल पर सु्प्रीम कोर्ट के फैसले के बार पैदा स्थिति के मद्देनजर लोकसभा की सदस्घ्यता से तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं।

एसवाइएल पर फैसले से लोगों के हितों पर कुठाराघात हुआ है और इसके विरोध में 14वीं लोकसभा की सदस्घ्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि यह फैसला पंजाब के लोगों के लिए बड़ा झटका है और ऐसे में मेरी जिम्घ्मेदारी है कि मैं उनके साथ खड़ा रहूं। 42 कांग्रेस विधायकों ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि एसवाइएल नहर मामले पर माननीय सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में वे इस्तीफा दे रहे हैं। पंजाब की अकाली-भाजपा सरकार राज्घ्य के लोगों के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह विपफल रही है। इसके अलावा लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि एसवाइएल सुप्रीम कोर्ट का निर्णय पंजाब के खिलाफ औार हरियाणा के पक्ष में है। यह निराशाजनक है। पंजाब किसी अन्य राज्य को एक बूंद पानी देने की स्थिति में नहीं है।