फीस बढ़ोत्तरी पर फूटा छात्र छात्राओं का गुस्सा

Himalayiya Ayurvedic Medical College
Himalayiya Ayurvedic Medical College में फीस बढ़ोत्तरी पर फूटा छात्र छात्राओं का गुस्सा

देहरादून। हिमालयीय आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय माजरी ग्रांट जीवनवाला में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने फीस वृद्धि को लेकर रैली निकालते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया। यहां Himalayiya Ayurvedic Medical College एवं चिकित्सालय माजरी ग्रांट जीवनवाला में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने फीस वृद्धि को लेकर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। उनका कहना है कि पूर्व में प्रबंध तंत्र ने समझौता किया था और पूर्व में किये गये आंदोलन को समाप्त कर दिया था लेकिन अभी उनके साथ विश्वासघात किया है जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा।

इस अवसर पर प्रदर्शनकारी छात्रों ने कहा कि कालेज उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित है और हमारा शिक्षण शुल्क नियम विरूद्ध अक्टूबर 2015 से उपर्युक्त शासनादेश निर्गत कर अप्रत्याशित रूप से बढ़ा दिया है। इस अवसर पर छात्रों ने कहा कि शुल्क वृद्धि की वसूली शासनादेश निर्गत होने के पूर्व के वर्षों में प्रवेशित छात्र छात्राओं से भी लिये जाने के आदेश दिये गये है। उनका कहना है कि छात्रों को प्रवेश व काउंसलिंग के समय संपूर्ण पाठयक्रम के लिए वर्षवार निर्धारित शुल्क का विवरण भी दिया जा चुका था। उनका कहना है कि इसके बाद भी शिक्षण शुल्क बढ़ा दिया गया है जो जिसकी जितनी निंदा की जाये वह कम है।

अभिभावकों में मानसिक तनाव का कारण बना

उनका कहना है कि यह शुल्क वृद्धि छात्रों एवं अभिभावकों में मानसिक तनाव का कारण बनी हुई जिसके परिणाम स्वरूप छात्रों को उच्च न्यायालय नैनीताल की शरण लेनी पडी और न्यायालय ने इस प्रकरण के पक्ष विपक्ष को सुनने के बाद तत्काल प्रभाव से शुल्क वृद्धि विश्वविद्यालय को यह आदेशित किया गया है कि छात्र न्यायालय के अंतिम आदेश पारित होने तक किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क जमा नहीं करेंगें।

छात्रों को कहना है कि कालेज प्रबंधन ने उच्च न्यायालय के निर्णय की अवहेलना करते हुए 31 मई तक बढ़ी दर से शुल्क जमा करने के आदेश जारी किये है और शुल्क जमा करने की तिथि भी निर्धारित की है जिसमें प्रतिमाह एक हजार रूपये आगामी सत्र का शुल्क जमा न करने पर पांच सौ रूपये प्रतिमाह की दर से विलंब शुल्क वसूलने की बात कही गई है। यह छात्रों के भविष्य के साथ्ज्ञ खिलवाड है।




छात्रों ने कहा है कि उच्च न्यायालय के आदेश की पूरी तरह से अवहेलना की जा रही है और मनमानी करते हुए प्रबंधन तंत्र बीएएमएस पाठयक्रम में विभिन्न वर्षों से अध्ययनरत छात्रों से अलग अलग प्रकार से शुल्क वसूला गया है। इस अवसर पर प्रदर्शन करने वालों में अनेक छात्र छात्रायें उपस्थित थे।

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