अमित शाह के खिलाफ 3 जुलाई को होगी एफआईआर दर्ज

FIR against Amit Shah
FIR against Amit Shah by NSUI

देहरादून। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा है कि कल 3 जुलाई संगठन देश भर के पुलिस थानों में जाकर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ चल रहे अपराधिक मामलों की एफआईआर ( FIR against Amit Shah ) देगी।

राजीव भवन कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा है कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा कई बार अपने पद का दुरुपयोग किया है। उनका कहना है कि अनिल शाह के पुत्र अमित शाह के खिलाफ मजबूत आपराधिक कार्रवाई की कमी देश भर में अपराधियों को उकसा रही है। अमित शाह एक अपराधी है जिसने अपने राजनीतिक जीवन में उनको मिले हर सरकारी कार्यालय का दुरुपयोग किया है।

अब तक अमित शाह द्वारा आपराधिक कृत्य किया है। उनका कहना है कि 26 नवंबर, 2005 को गुजरात सरकार में गृह मामलों के मंत्री होने के नाते, उन्होंने पुलिस अधिकारी डीजी वंजारा को सोहराबुद्दीन शेख के मुठभेड़ के द्वारा हत्या करने का निर्देश दिया। आरोप लगाया गया था कि शेख को खत्म करने के लिए उन्हें अपने व्यापारियों के दोस्तों से पैसा मिला था।

उनका कहना है कि आरोपित अमित शाह ने व्यक्तिगत स्थान और एक महिला की गोपनीयता का उल्लंघन किया और गुजरात राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री के रूप में अपनी स्थिति का दुरुपयोग किया। आरोपी अमित शाह ने तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री, मोदी के आदेश पर एक महिला की निगरानी करने और निगरानी करने के लिए पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया।

न्यायमूर्ति बृजगोपाल हरिकिशन लोया रहस्यमय का परिस्थितियों में निधन हुआ

उनका कहना है कि इसी प्रकार 1 दिसंबर 2014 की रात को न्यायमूर्ति बृजगोपाल हरिकिशन लोया रहस्यमय का परिस्थितियों में निधन हो गया। न्यायमूर्ति लोया सोहराबुद्दीन शेख के फर्जी मुठभेड़ व हत्या मामले की कोशिश कर रहे विशेष सीबीआई न्यायालय की अध्यक्षता कर रहे थे।

उनका कहना है कि इसी प्रकार से आरोपित अमित शाह 8 नवंबर 2016 को अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के निदेशक थे, जिस तारीख पर नोटबंदी का निर्णय की घोषणा की गई थी। अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक ने पूरे देश में जिला सहकारी बैंकों के बीच अधिकतम जमा राशि हासिल की है।

8 नवंबर 2016 से 13 नवंबर 2016 तक 745.5 9 करोड़ रुपये, जबकि सहकारी समिति बैंकों को निर्दिष्ट कर नोट जमा करने की सुविधा रद्द कर दी गई थी। उनका कहना है कि आरोपी अमित शाह के बैंक ने कहा कि राशि का स्रोत अभी भी खुलासा नहीं किया गया है। पैसे के स्रोत में एक जांच से पता चलता है कि पैसा आरोपित अमित शाह से संबंधित था और काले धन को सफेद में बदलने के इरादे से जमा किया गया था।

उनका कहना है कि आरोपी अमित शाह सार्वजनिक शांति और व्यवस्था का खतरा है। आरोपी शाह देश में युवा महिलाओं, कार्यकर्ताओं, न्यायाधीशों और अल्पसंख्यकों को डराता रहता है। उनका कहना है कि भय और धमकी की स्थिति इस देश के लोगों पर लगी है। इस अवसर पर संगठन के अनेक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।

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