मांगती व मालपा में बादल फटे, 15 की मौत, 30 लापता

SDRF
मलबे में दबे लोगों को खोजते हुए एसडीआरएफ की टीम
पिथौरागढ़। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर मांगती  नाला तथा मालपा में बादल फटने से 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि मांगती में सेना के छह जवान समेत 30 लोग लापता हो गए हैं। दो जवान और एक जेसीओ को मलबे से सकुशल निकाल लिया गया है। मालपा नाले में उफान आने से तीन होटल बह गए। साथ ही दर्जनों लोग घायल हो गए हैं। घायलों में दो पुलिस के जवान भी शामिल हैं। सात लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं।  बचाव राहत कार्य जारी है। उधर नैनीताल से डीआईजी अजय रौतेला  व कमिश्नर चन्द्र शेखर भट्ट भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। डीआईजी ने एसडीआरएफ की टीम को बचाव एवं राहत कार्य में तेजी लानेे के सख्त निर्देश दिए हैं।

बता दें कि पिथौरागढ़ के धारचूला तहसील के अतंर्गत कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर रात्रि 2 बजकर 45 मिनट पर मांगती नाला तथा मालपा में बादल फट गया, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई जबकि मांगती में सेना के छह जवान  समेत 30 लोग लापता हो गए हैं। एक महिला काली नदी में बहते हुए नेपाल की तरफ  चली गई है। बताया जा रहा है कि वह जिंदा है। बचाव राहत दल ने मांगती में दो जवान व एक जेसीओ को मलबे से सकुशल निकाल लिया है। बादल फटने से मालपा नाले में उफान आ गया जिसकी चपेट में आने से मांगती में दो तथा सिमखौला में एक पुल बह गये हैं। तीन मकान व तीन होटल क्षतिग्रस्त हो गए।

इस आपदा में 16 खच्चर, सेना के दो वाहन भी मांगती नाले में बह गए हैं। घटना में पुलिस के दो जवान समेत कई लोग घायल हो गए हैं। अब तक बचाव राहत दल ने सात लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। उधर डीआईजी अजय रौतेला  व कमिश्नर चन्द्र शेखर भट्ट भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। भूस्खलन को देखते हुए प्रशासन ने हल्द्वानी अल्मोड़ा हाईवे 21 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया है। वाहनों को वैकल्पिक मार्ग से भेजा जाएगा। भूस्खलन व बोल्डर गिरने की घटनाओं को देखते हुए पहाड़ी पर ड्रोन से नजर रखने का फैसला किया गया है।