खुलासे की आशंका से भयभीत मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने भेजे हमलावर

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Attacker sent by Chief Minister Trivendra rawat

देहरादून। Attacker sent by Chief Minister Trivendra rawat जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष एवं जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सूबे के मुख्यमन्त्री जिनके पास कि खनिज मंत्री का दायित्व भी है के काले कारनामों को लेकर मोर्चा लगभग एक वर्ष से मुखर है।

इसी कड़ी में 23 जुलाई को देहरादून में प्रेसवार्ता कर मोर्चा ने सीएम त्रिवेन्द्र पर खनन माफियाओं से सांठ-गांठ कर सैकड़ों करोड़ की डील किये जाने का पर्दाफाश किया था, जिसके द्वारा खनन माफिया हजारों करोड़ का काला कारोबार करने में कामयाब हुए थे।

इस डील का खुलासा होने की आशंका से भयभीत सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मोर्चा की प्रेसवार्ता में 7-8 हमलावर भेजे थे ( Attacker sent by Chief Minister Trivendra rawat ) , जिसके बारे में मोर्चा द्वारा राज्यपाल को पत्र प्रेषित किया गया।

Attacker sent by Chief Minister Trivendra rawat
पत्रकार वार्ता करते जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी।

ईसी रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में श्री नेगी ने कहा कि सीएम त्रिवेन्द्र द्वारा सत्ता सम्भालते ही यानि 40-45 दिन के भीतर प्रदेश में स्वीकृत समस्त प्रकार के खनन पट्टे/स्टोन क्रशर, स्क्रीनिंग प्लान्ट/हाॅटमिक्स/भण्डारण इत्यादि को 9 मई 2017 को निलम्बित कर दिया तथा फरमान जारी किया कि इनका परीक्षण कर एक माह के भीतर रिपोर्ट शासन को सौंपे।

इस फरमान की आड़ में आठ महीनों तक प्रदेश में खनन कारोबार बन्द रहा तथा मोर्चा द्वारा गत वर्ष खनन कारोबारियों से मुख्यमन्त्री की सांठ-गांठ पर सवाल उठाये जाने के बाद सरकार ने अपनी पूर्व आदेश 9 मई 2017 को यह कहकर 3 जनवरी 2018 को निरस्त कर दिया कि कमेटी परीक्षण करने में असमर्थता जता रही है।

CM ने प्रदेश को खनन माफियाओं के हाथों गिरवी रख दिया : Raghunath singh negi

इस आदेश की आड़ में प्रदेश में पूर्व से संचालित अन्य खनन कारोबार भी प्रभावित रहा तथा परीक्षण की आड़ में सीएम त्रिवेन्द्र ने सैकड़ों करोड़ की डील कर डाली तथा प्रदेश को खनन माफियाओं के हाथों गिरवी रख दिया।

मोर्चा द्वारा उक्त प्रेसवार्ता में घोषणा की थी कि शीघ्र ही खनन माफियाओं एवं सीएम श्री रावत के काले कारनामों का पर्दाफाश किया जाएगा तथा इसी अशंका से भयभीत होकर मोर्चा द्वारा प्रस्तावित प्रेसवार्ता 28 जुलाई 2018 को लगभग 7-8 हमलावर भेजे थे, जो कि किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के उद्देश्य से आये थे लेकिन मोर्चा द्वारा अपनी रणनीति के तहत उनको कामयाब नहीं होने दिया गया।

सीएम त्रिवेन्द्र ने अपने काले कारनामों पर घिरता देख मोर्चा पदाधिकारियों पर किसी भी वक्त हमला/वारदात करा सकते हैं। राजभवन को भेजे पत्र में मोर्चा ने आग्रह किया है कि उपरोक्त परिस्थितियों के दृष्टिगत सम्पूर्ण प्रकरण पर सीएम त्रिवेन्द्र की भूमिका एवं उनके खनन माफियाओं से सांठ-गांठ की उच्च स्तरीय जाॅंच कराने का कष्ट करें |

राजभवन को यह भी आगाह किया कि भविष्य में यदि मोर्चा पदाधिकारियों पर किसी भी प्रकार का हमला/वारदात होती है तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सीएम त्रिवेन्द्र रावत व खनन माफियाओं की होगी। पत्रकार वार्ता में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, दिलबाग सिंह, नवीन नेगी, इदरीश, गजे सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।

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