चाइल्ड पोर्नोग्राफी अपलोड करने के मामले में अमेरिकी नागरिक गिरफ्तार

Child pornography

हैदराबाद/नयी दिल्ली । तेलंगाना पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने वीडियो और तस्वीरों के रूप में कथित तौर पर बाल पोर्नाेग्राफी डाउनलोड और अपलोड करने के आरोप में यहां की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के साथ काम करने वाले एक अमेरिकी नागरिक को गिरफ्तार किया है। सीआईडी द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि आरोपी का नाम जेम्स किर्क जोन्स है।
पुलिस को एक आईपी पते की सूचना मिली थी जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। इस आईपी पते से बाल पोर्नाेग्राफी साझा की जा रही थी। आरोपी को जेम्स किर्क जोन्स कल गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी कानून 2000 की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है एवं जांच की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार हैदराबाद में गिरफ्तार अमेरिकी नागरिक के पास 2900 पोर्न वीडियो और अश्लील तस्वीरें मिली हैं। उल्लेखनीय है कि चाइल्ड पाॅर्नाेग्राफी साइट्स चलाने के आरोप में पिछले दिनों चेन्नई के एक दंपति को भी गिरफ्तार किया गया था। साइबर क्राइम सेल के अधिकारियों को जब ऐसे दो वेबसाइटों का पता चला था जहाँ से बच्चों की अश्लील कंटेंट, फोटो व वीडियो डिस्प्ले किए जा रहे थे। मामले की जाँच के बाद पता चला था कि अश्लील कंटेंट को देखने के लिए मेंबरशिप के नाम पर बड़ी रकम की वसूली की जा रही थी।
अश्लील वेबसाइट्स चलाने के मामले में चेन्नई निवासी सिद्धत्था वेलू और उसकी पत्नी प्रिसिलिया माग्रेट धनराज को गिरफ्तार किया गया था। जांच में पाया गया था कि अश्लील वेबसाइट्स से इस दम्पति के ईमेल आईडी भी जुड़े हुए थे। न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी चाइल्ड पोर्नाेग्राफी को लेकर सरकारें काफी सख्त हैं। पिछले दिनों अमेरिका में चाइल्ड पोर्नाेग्राफी को लेकर भारतीय मूल के पिट्सबर्ग में रहने वाले 29 वर्षीय युवक मुकेश खावास पर तीन आरोपों में अभियोग लगाया गया था। उसपर एक नाबालिग की यौनाचार से जुड़ी सामग्री बनाने, चाइल्ड पोर्नाेग्राफी करने और अपने पास रखने का आरोप लगाया गया था। यह भी उल्लेखनीय है कि अमेरिका में (चाइल्ड पोर्नाेग्राफी) के मामले में अधिकतम 20 साल की कैद और 7.65 लाख डाॅलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
इधर भारत सरकार भी बाल पोर्नाेग्राफी पर सख्त है और केंद्र सरकार कटिबद्ध है कि चाइल्ड पोर्नाेग्राफी पर हर हाल में लगाम लगायी जाएगी। जानकारी के अनुसार पूरे इंटरनेट का 37 फीसदी पोर्नाेग्राफी है और इसके बड़े हिस्से में बच्चों की अश्लीलता को शामिल किया गया है जिसे गंभीरता से निपटने की तैयारी चल रही है। बाल शोषण के खिलाफ राष्ट्रीय गठजोड़ की बारीकियों पर चर्चा के लिए 2 दिन पहले 16 जनवरी को दिल्ली में बैठक बुलाकर चाइल्ड लाइन की तरह एक महिला हेल्पलाइन भी बनाने पर सहमति बनी ताकि संकट में पड़ी महिलाओं की मदद की जा सके। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी चाइल्ड पोर्नाेग्राफी के मामले पर काफी गंभीरता से काम कर रही हैं।